BA Semester-2 - History - History of Medival India 1206-1757 AD - Hindi book by - Saral Prshnottar Group - बीए सेमेस्टर-2 - इतिहास - मध्यकालीन भारत का इतिहास 1206-1757 ई. - सरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-2 - इतिहास - मध्यकालीन भारत का इतिहास 1206-1757 ई.

सरल प्रश्नोत्तर समूह

प्रकाशक : सरल प्रश्नोत्तर सीरीज प्रकाशित वर्ष : 2023
पृष्ठ :180
मुखपृष्ठ : ई-पुस्तक
पुस्तक क्रमांक : 2720
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बीए सेमेस्टर-2 - इतिहास - मध्यकालीन भारत का इतिहास 1206-1757 ई.

 

अध्याय -1 
तुर्क

भारत और अरब जगत के बीच सम्पर्क बहुत पहले ही स्थापित हो चुका था, लेकिन भारत में मुस्लिम शासन की स्थापना तुर्कों के नेतृत्व में तेरहवीं शताब्दी के आरम्भ में हुआ। भारत में तुर्कों के आक्रम दो अलग-अलग चरणों में सम्पन्न हुए। पहले चरण का आक्रमण महमूद गजनवी के नेतृत्व में 1000 से 1027 के मध्य हुआ। यद्यपि इसके पूर्व सुबुक्तगीन का संघर्ष हिन्दू शाही शासकों के साथ हुआ था, लेकिन उसका क्षेत्र सीमित था। महमूद गजनवी ने उत्तरी भारत के एक वृहद क्षेत्र में सैनिक अभियान किये जो गुजरात के तट से गंगा घाटी तक विस्तृत था। लेकिन उत्तरी भारत का शेष भाग अभी भी तुर्क आधिपत्य से बाहर था।

महमूद गजनवी के भारत अभियान के लगभग 150 साल बाद तुर्कों के दूसरे चरण का आक्रमण मुहम्मद गोरी के नेतृत्व में हुआ था। 1175 से 1206 ई0 के मध्य उसने और उसके दो प्रमुख सेनापति — ऐबक एवं बख्तियार खिलजी ने पंजाब से बंगाल तक फैले हुए उत्तरी भारत के मैदानी भाग को जीतकर तुर्कों की सत्ता को उत्तर भारत में स्थापित कर दिया। मु० गोरी द्वारा स्थापित तुर्की सत्ता को कुतुबुद्दीन ऐबक, इल्तुतमिश, रजिया तथा बलबन आदि ने व्यवस्थित रूप दिया तो अलाउद्दीन खिलजी तथा मु० तुगलक ने अपने विजय अभियानों द्वारा उसे साम्राज्य का रूप प्रदान किया। बाद के सल्तनत के सुल्तानों (सैय्यद और लोदी) ने इस साम्राज्य को संरक्षित करने का प्रयास किया। लेकिन इब्राहिम लोदी के बाबर द्वारा पानीपत के युद्ध ( 1526) में पराजित होने के साथ ही सल्तनत युग का अवसान हो गया और उसके स्थान पर एक नवीन मुगल वंश की स्थापना हुई।

महत्त्वपूर्ण तथ्य

महमूद गजनवी :

• सुबुक्तगीन प्रथम तुर्क शासक था, जिसने भारत पर आक्रमण किया। उसने हिन्दू शाही शासक जयपाल के राज्य पर आक्रमण किया तथा उसे पराजित किया।
• सुबुक्तगीन की विजयों से उत्साहित होकर उसके पुत्र महमूद गजनवी ने 1000 से 1027 ई० के बीच भारत पर 17 बार आक्रमण किया।
• महमूद गजनवी के इन आक्रमणों का उल्लेख हेनरी इलिएट ने किया है।
• महमूद के दरबारी इतिहासकार उत्बी के अनुसार, महमूद के भारत पर आक्रमण का मुख्य उद्देश्य इस्लाम का प्रसार और बुतपरस्ती ( मूर्तिपूजा) को समाप्त करना था।
• अधिकांश इतिहासकारों का मानना है कि महमूद का प्रमुख उद्देश्य भारत की सम्पत्ति को लूटना था।
• महमूद के आक्रमण के समय सुल्तान एवं सिन्ध में मुसलमानी राज्य तथा उत्तर-पश्चिम भाग में हिन्दू शाही राज्य था जिसका शासक जयपाल था।
• उस समय कश्मीर में ब्राह्मण वंशी शासिका दिद्दा, कन्नौज में प्रतिहार वंशीय शासक राज्यपाल तथा बंगाल में पालवंशीय शासक महिपाल प्रथम का शासन था।
• महमूद गजनवी का प्रथम आक्रमण 1000 ई० में हिन्दू शाही राज्य के सीमावर्ती नगरों पर था और कुछ दुर्गों पर अधिकार कर वह वापस लौट गया।
• महमूद का दूसरा आक्रमण 1001 ई० में हिन्दू शाही राज्य पर ही हुआ। उस आक्रमण में जयपाल पराजित हुआ और बन्दी बना लिया गया। कुछ समय बाद गजनी ने उसे मुक्त कर दिया लेकिन जयपाल ने आत्महत्या कर ली।
• 1004-05 ई0 में महमूद ने मुल्तान पर आक्रमण किया। वहाँ शिया सम्प्रदायी करमार्थियों का शासक अब्दुल फतह-दाऊद था। उसने आत्मसमर्पण कर दिया तथा 20,000 दिरहम प्रतिवर्ष देने का वायदा किया।
• महमूद गजनवी का अगला महत्त्वपूर्ण संघर्ष हिन्दू-शाही शासक आनन्दपाल के साथ हुआ (1008-09) जिसमें आनन्दपाल पराजित हुआ।
1010-11 में पुनः सुल्तान पर आक्रमण किया और दाऊद को पराजित कर बन्दी बना लिया तथा मुल्तान पर अधिकार कर लिया।
• 1018 में महमूद ने कन्नौज (पहला गंगा घाटी अभियान) पर आक्रमण किया। यहाँ का प्रतिहार वंशीय शासक राज्यपाल बिना युद्ध किये ही भाग खड़ा हुआ।
• भारत में महमूद गजनवी का सबसे महत्त्वपूर्ण अभियान सोमनाथ ( 1525-26 ) अभियान था। उस समय वहाँ का शासक भीम प्रथम था।
• महमूद गजनवी ने अपना अन्तिम अभियान 1927 ई० में जाटो के विरुद्ध किया और उन्हें बुरी तरह पराजित किया।

मुहम्मद गोरी

• मु० गोरी, गोर प्रदेश के शंसवानी वंश का था।
• मु० गोरी के भारत विजय का मुख्य उद्देश्य राजनैतिक था और उत्तर   भारत में साम्राज्य विस्तार की इच्छा गोरी के आक्रमण का मूल कारण थी।
• मु० गोरी का भारत पर प्रथम आक्रमण 1175 ई0 में मुल्तान पर किया। उस समय मुल्तान पर करमारथी जाति के मुसलमानों का शासक था। गोरी का यह अभियान सफल रहा।
• 1178 ई० में गोरी ने गुजरात पर आक्रमण किया। इस समय यहाँ चालुक्य मूलराज - II का शासन था। मूलराज के भाई भीम - II ने मु० गोरी को आबू पर्वत की तलहटी में पराजित किया।
• भारत में यह मु० गोरी की पहली पराजय थी।
• भीम - II से पराजित होने के बाद मु० गोरी ने पंजाब के मार्ग से भारत में प्रवेश करने का निश्चय किया।
• 1179 ई0 में उसने पेशावर पर अधिकार किया।
• 1181 ई0 से 1184 ई0 के बीच तीन महत्त्वपूर्ण अभियानों द्वारा उसने सियालकोट पर अधिकार कर लिया।
• 1186 ई० में उसने लाहौर को जीतकर वहाँ के शासक खुसरव मलिक को बन्दी बना लिया। उसके साथ ही सम्पूर्ण पंजाब पर गोरी का अधिकार हो गया तथा गजनी का राजवंश समाप्त हो गया।
• इसी बीच दिल्ली का शासक पृथ्वीराज चौहान भी पंजाब पर अधिकार करने का प्रयास कर रहा था। दोनों के बीच भटिण्डा के क्षेत्र पर अधिकार को लेकर 1191 ई0 में तराइन का प्रथम युद्ध हुआ जिसमें गोरी बुरी तरह पराजित हुआ।
• गजनी लौटकर मु० गोरी ने लगभग एक वर्ष तक सैन्य तैयारी की और 1192 ई० में तराइन के द्वितीयं युद्ध में पृथ्वीराज चौहान को पराजित कर दिया।
• तराइन की II लड़ाई भारतीय इतिहास में एक निर्णायक लड़ाई मानी जाती है।
• पृथ्वीराज चौहान की हार ने उत्तर भारत में तुर्कों की सत्ता की स्थापना को लगभग निश्चित कर दिया।
• गोरी ने अजमेर में पृथ्वीराज के बेटे गोविन्द राज को अपना अधीनस्थ शासक नियुक्त किया। 1193 ई0 से दिल्ली, भारत में गोरी की राजनीतिक गतिविधियों का केन्द्र बन गया।
• 1194 ई0 में मु०गोरी ने कन्नौज के शासक जयचन्द पर आक्रमण कर चंदावर के युद्ध में उसे पराजित कर दिया।
• चंदावर की विजय से पूर्वी उ0प्र0 में बनारस तक तुर्कों का अधिकार हो गयी।
• 1206 ई० में जब मु० गोरी की मृत्यु हुई तब उत्तरी भारत का मुख्य भाग तुर्की की सत्ता के अधीन आ चुका था।

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    अनुक्रम

  1. अध्याय -1 तुर्क
  2. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  3. उत्तरमाला
  4. अध्याय - 2 खिलजी
  5. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  6. उत्तरमाला
  7. अध्याय - 3 तुगलक वंश
  8. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  9. उत्तरमाला
  10. अध्याय - 4 लोदी वंश
  11. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  12. उत्तरमाला
  13. अध्याय - 5 मुगल : बाबर, हूमायूँ, प्रशासन एवं भू-राजस्व व्यवस्था विशेष सन्दर्भ में शेरशाह का अन्तर्मन
  14. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  15. उत्तरमाला
  16. अध्याय - 6 अकबर से शाहजहाँ : मनसबदारी, राजपूत एवं महाराणा प्रताप के सम्बन्ध व धार्मिक नीति
  17. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  18. उत्तरमाला
  19. अध्याय - 7 औरंगजेब
  20. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  21. उत्तरमाला
  22. अध्याय - 8 शिवाजी के अधीन मराठाओं के उदय का संक्षिप्त परिचय
  23. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  24. उत्तरमाला
  25. अध्याय - 9 मुगलकाल में वास्तु एवं चित्रकला का विकास
  26. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  27. उत्तरमाला
  28. अध्याय - 10 भारत में सूफीवाद का विकास, भक्ति आन्दोलन एवं उत्तर भारत में सुदृढ़ीकरण
  29. ऑब्जेक्टिव टाइप प्रश्न
  30. उत्तरमाला

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